भोपाल/ उज्जैन । बिगड़े मौसम का असर महाकाल लोक पर भी पड़ा है। आंधी के कारम महाकाल लोक की कुछ मूर्तियां गिर गई। घटना रविवार करीब शाम 4 बजे की बताई जा रही है। प्राथमिक जानकारी के मुताबिक सप्तऋषि की 6 मूर्तियां गिरी हैं इधर प्रशासन घटना के बाद लीपापोती में लग गया है ताबड़तोड़ क्रेन भेजकर प्रतिमाएं रखवाई गई और केमिकल से चिपका कर उन्हें दुरुस्त कराया गया है।
 बता दें कि रविवार दोपहर अचानक आंधी और तेज बारिश हो गई। इससे महाकाल लोक में सप्तऋषि की सात में से छह प्रतिमा हवा के कारण नीचे गिर पड़ी, जिनमें से एक मूर्ति की गर्दन टूट गई जबकि दो मूर्तियों के हाथ टूटे हैं। साथ ही कुछ मूर्तियों के सिर पर क्रेक भी आया है। महाकाल लोक में मूर्तियां गिरने की जानकारी लगते ही शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया और अन्य पदाधिकारी तुरंत महाकाल लोग पहुंचे जहां उन्होंने आरोप लगाया कि इन मूर्तियों के निर्माण में करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ है। घटना के बाद आम श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक दिया गया। घटना के बाद प्रशासन में इतनी खलबली थी कि मीडिया को भी महाकाल लोक में जाने से रोका गया।
मूर्तियां लगाने के समय बड़े-बड़े दावे किए गए थे कि यह मूर्तियां ना तो आंधी तूफान से खराब होंगी और ना ही इस पर बारिश का कोई असर पड़ेगा, लेकिन प्लास्टर ऑफ पेरिस और प्लास्टिक की बनी इन मूर्तियों में पहली बारिश में ही टूट-फूट हो गई। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के नए परिसर महाकाल लोक का लोकार्पण किया था। दो चरणों में बने श्री महाकाल लोक के प्रथम चरण में करीब 356 करोड़ रुपये का काम हो चुका है। कुल 855 करोड़ रुपये के काम किए जाना हैं। जिस समय आंधी और बारिश का दौर आरंभ हुआ बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकाल लोक में मौजूद थे।