➤ स्टेट ब्यूरो चीफ पंकज बाबा

रबी के किसानों के लिए फसल सहायता योजना का निबंधन शुरू हो गया है। इसके लिए गेहूं के किसान 26 फरवरी तक अपना निबंधन करा सकेंगे। अलग-अलग फसलों के लिए अलग तारीख तय की गई है। आलू किसानों के लिए 31 जनवरी तक समय है तो अरहर के किसान 28 मार्च तक निबंधन करा सकेंगे। सरसों के लिए निबंधन का समय समाप्त हो गया। इसके लिए 28 फरवरी ही अंतिम तारीख तय थी।

➤ फसल की अवधि के हिसाब से निबंधन की तारीख

वित्त विभाग की पेच में फंसी पिछली रबी योजना का भुगतान भी अब अंतिम चरण में हैं। इसके लिए सरकार ने पूरा पैसा दे दिया है। विभाग ने भी चार लाख 66 हजार में लगभग चार लाख 21 हजार किसानों के बीच 17.5 करोड़ बांट दिया है। इस साल की खरीफ योजना का निबंधन पूरा हो गया। 15.66 लाख किसानों ने निबंधन कराया है। फसल कटनी रिपोर्ट आने पर लाभुकों की संख्या तय होगी। रिपोर्ट अगले महीने आने की उम्मीद है।

इस बीच सरकार ने वर्तमान रबी फसल के लिए किसानों का निबंधन लेना शुरू कर दिया है। अब तक 3.68 लाख किसानों ने अपना निबंधन करा भी लिया है। सरकार ने फसल की अवधि के हिसाब से निबंधन की तारीख तय की है। आलू और गेहूं के अलावा मक्का के लिए 26 फरवरी, चना के लिए 31 जनवरी, मसूर के लिए 15 फरवरी, ईख के लिए 28 फरवरी और प्याज के लिए 15 फरवरी तक निबंधन कराने का समय तय है।

फसल क्षति होने पर किसानों को मिलती है सहायता

राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की जगह पर अपनी फसल सहायता योजना तीन साल पहले शुरू की थी। इस नई योजना में औसत से एक प्रतिशत भी कम उत्पादन हुआ तो किसानों को सरकार सहायता देती है। फसल की एक से 20 प्रतिशत तक क्षति हुई तो प्रति हेक्टेयर साढ़े सात हजार रुपये की सहायता किसानों को दी जाती है। क्षति 20 प्रतिशत से अधिक हो गई तो सहायता अनुदान की राशि दस हजार रुपये प्रति हेक्टेयर होती है। किसानों को अधिकतम दो हेक्टेयर रकबे के लिए क्षतिपूर्ति की जाती है।