नई दिल्ली   दिल्ली के 22वें उप-राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के शपथग्रहण समारोह में एक अजब वाकया हुआ। जब इवेंट में बैठने की जगह नहीं मिलने से नाराज BJP सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन समारोह छोड़कर चले गए। विनय सक्सेना को दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस विपिन संघी ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण में दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल भी मौजूद रहे।

हर्षवर्धन के नाराजगी भरे शब्द

उपराज्यपाल के शपथग्रहण से पहले ही गुस्से में जाते हुए हर्षवर्धन ने कहा, 'संसद सदस्यों के लिए इन्होंने सीट नहीं रखी हुई है।' इतना कहकर हर्षवर्धन अपनी गाड़ी की ओर बढ़ गए। उन्होंने दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार से कहा, 'मैं उपराज्यपाल विनय सक्सेना को इस बारे में लिखूंगा।' पूर्व केंद्रीय मंत्री को जहां बैठाया जा रहा था वे उससे संतुष्ट नहीं थे।


राज निवास नहीं सड़कों पर नजर आऊंगा-विनय सक्सेना

शपथ लेने के बाद दिल्ली के नए उपराज्यपाल विनय ने कहा, '​​​दिल्ली के लोगों को बताना चाहता हूं कि मैं लोकल गार्जियन के रूप में काम करूंगा न कि लेफ्टिनेंट गवर्नर के रूप में। मैं राज भवन से ज्यादा सड़कों पर नजर आऊंगा।' गौरतलब है कि सक्सेना अक्टूबर 2015 से खादी और ग्रामोद्योग आयोग में चेयरमैन थे।

पूर्व उपराज्यपाल ने निजी कारणों के चलते दिया इस्तीफा

अनिल बैजल के पिछले हफ्ते उप राज्यपाल पद से इस्तीफा देने के बाद 23 मई को खादी और ग्रामोद्योग कमीशन के चेयरमैन रहे विनय सक्सेना को इस पद के लिए चुना गया था। बैजल, 5 साल और 4 महीने तक दिल्ली के उपराज्यपाल रहे। उन्होंने निजी कारणों के चलते इस्तीफा दे दिया था।