सर्दियों में ढेर सारी हरी पत्तेवाली सब्जियां मिलती हैं। पंजाब का सरसों का साग काफी मशहूर सब्जी है। लेकिन अक्सर घऱ में हम साग को बनाने से बचते हैं। क्योंकि ज्यादातर सरसों का साग बनाने पर वो स्वाद नहीं आता है। अगर आपको सरसों का साग पसंद है लेकिन वो स्वाद नहीं आ पाता। तो जानें कैसे तैयार होगा सरसों का साग। सरसों का साग बनाने के लिए सरसों के पत्तों के साथ पालक और बथुआ को भी मिलाया जाता है। तो चलिए जानें सरसों के साग की रेसिपी ।

सामग्री
सरसों के पत्ते 500 ग्राम, पालक 150 ग्राम, बथुआ सौ ग्राम, टमाटर 250 ग्राम, प्याज एक, लहसुन की कलियां चार से पांच, हरी मिर्च दो से तीन, अदरक दो इंच का टुकड़ा, सरसों का तेल दो चम्मच, देसी घी दो चम्मच, हींग दो चुटकी, जीरा आधा चम्मच, हल्दी पाउडर, मक्के का आटा एक चौथाई कप, लाल मिर्च पाउडर, नमक स्वादानुसार, गु़ड़ छोटा टुकड़ा।

विधि
सरसों का साग बुनाने के लिए सबसे पहले सरसों और हरे पत्ते को उबाल लें। उबालने से पहले सरसों के पत्ते, पालक के पत्ते और बथुआ के पत्तों को अच्छी तरह से धो लें। इसे धोने के लिए आप छलनी का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। जिससे कि सारी गंदगी निकल जाए। सारे पत्तों को एक जगह रख लें और चाकू की मदद से काट लें। अब कूकर में सारे पत्तों को डालें और एक कप पानी डालकर गैस पर रख दें। एक दो सीटी आने के बाद गैस बंद कर दें। 

तड़का लगाने से पहले मसाले को तैयार कर लें। इसके लिए मिक्सी में प्याज, टमाटर, हरी मिर्ची, लहसुन, अदरक को बारीक पीसकर पेस्ट बना लें। अब कड़ाही को गैस पर रखें ओर थोड़ा सा तेल डालकर गर्म करें। जब तेल गर्म हो जाए तो इसमे मक्के के आटे को डालकर सुनहरा भून लें। फिर इसे कटोरी में निकालकर रख लें। एक बार फिर तेल डालें और गर्म करें। जब तेल गर्म हो जाए तो जीरा चटकाएं। चटकने के बाद हल्दी पाउडर डालें। साथ में प्याज और लहसुन का पेस्ट डालकर भूनें। 

इसे तबतक भूनें जबतक कि ये तेल ना छोड़ दे। कूकर की सीटी को निकालकर ब्लेंडर से सारे पत्तों को मिला लें। इन उबले पत्तों को मिलाते समय इसमे गुड़ डाल दें। अच्छी तरह मिलाने के बाद प्याज के तड़के वाली कड़ाही में इसे डालकर मिलाएं। साथ में मक्के का आटा भी डाल दें। स्वादानुसार नमक डालें और पांच से छह मिनट तक पकने दें। गैस बंद कर दें और गर्मागर्म मक्के की रोटी या फिर आटे की रोटी के साथ भी परोस सकती हैं।