सिंगरौली विधायक की अगुवाई में लोगों ने जयंत खदान का काम रोककर किया प्रदर्शन, घंटों की चली मैराथन बैठक के बाद खत्म हुआ आंदोलन 

एनसीएल की जयंत एवं दूधिचुआ खदान के विस्तार के लिए ग्राम मढौली में अधिकृत की गई जमीन के बदले लोगों को सही पुनर्वास योजना का लाभ न देने, भूमि अधिग्रहण में विसंगतियां एवं मुआवजा नीति को लेकर आज सिंगरौली विधायक रामलल्लू वैश्य की अगुवाई एवं भारतीय विस्थापित संघ के बैनर तले सैकड़ों की तादाद में पहुंचे लोगों ने खदान का कार्य अवरुद्ध कर प्रदर्शन किया। इसमें प्रमुख रूप से मंडल अध्यक्ष भूपेंद्र गर्ग, जिला मंत्री आलोक यादव, व्यापार संघ से ललित श्रीवास्तव, विस्थापित संघ से राजेश्वर वैश्य एवं आर पी वैश्य के साथ मढौली से विस्थापित हुए सैकड़ों लोग शामिल थे।

प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग थी कि एनसीएल द्वारा सीबीए एक्ट के माध्यम से मेढ़ौली, पंजरेह, चटका एवं मुहेर की भूमियों का अधिग्रहण का भुगतान भू-अर्जन अधिनियम 2013 के माध्यम से किया जा रहा है, जिसमें भूमि के प्रतिकर के साथ 12% एडिसनल मार्केट वैल्यू के रुप में दिया जा रहा है परन्तु अन्य परिसम्पत्तियों जो कि भूमि से सम्बद्ध है जैसे- मकान, पेड़, बोरबेल, कुँआ आदि के प्रतिकर पर 12% एडिसनल मार्केट वैल्यू नही दिया जा रहा है। 

इसके अलावा भूमि अधिग्रहण के समय नौकरी अथवा प्लाट एक या दो बार ही दिया जाता है तीसरी या ज्यादा नौकरी बता कर वंचित कर दिया जाता है। 

प्रत्येक अधिग्रहण में रिहायशी विस्थापितों को जो कि सी.बी.ए. एक्ट धारा 9 के पूर्व रहवासी का प्रमाण प्रस्तुत करे उन्हें प्रति बालिग व्यक्ति को 40x60 का प्लाट दिया जाय अथवा प्लाट की राशि आठ लाख आठ सौ दी जाय इसी प्रकार दुद्धिचुआ क्षेत्र के पात्र विस्थापितो को भी जिन्हें प्लाट अभी वर्तमान तक नहीं दिये गए है उन्हें भी प्लाट की राशि आठ लाख दिया जाए। तीन प्रमुख मांगों समेत कुल 9 सूत्रीय मांग पत्र पर घंटों बैठक का दौर चला। जिसमें जयंत जीएम समेत एनसीएल मुख्यालय के अधिकारीगण ने लोगों की जायज मांग को मानते हुए उन्हें अति शीघ्र पूरा करने का आश्वासन दिया। जिसमें दूधिचुआ परियोजना के विस्थापितों को प्लॉट के बदले 8 लाख का मुआवजा, मढौली से विस्थापित हुए कुल 35 परिवारों को जैतपुर में अतिक्रमण हटाकर वहां प्लॉट देने एवं विस्थापित हुए लोगों को 40*60 का प्लॉट देने समेत परिवार के मालिक सदस्य को भी प्लॉट की बात पर सहमति बनी। इस दौरान खदान का कार्य प्रभावित रहा वही जन आंदोलन को देखते हुए उपनिरीक्षक शीतला यादव, उपनिरीक्षक विनय शुक्ला एवं उपनिरीक्षक जितेंद्र भदोरिया भारी पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।

रिपोर्ट - दिनेश शर्मा