ललितपुर । शहर के एक सुनसान इलाके से पुलिस के हत्थे चार ऐसे अन्तर्राजीय टप्पेबाज उस समय चढ़ जब वह गस्त अभियान पर मौजूद थे। तभी मौके का फायदा उठाकर एक शातिर फरार हो गया है। मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस ने चार टप्पेवाजों को गिरफ्तार किया उनके कब्जे से करीब 1 किलो सफेद धातु (नकली चांदी) के बने हुए आभूषण भी बरामद किए। अपर पुलिस अधीक्षक ने मामले का खुलासा करते हुए चारों को जेल भेज दिया है और एक फरार हुए तब परवाज की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
    मिली जानकारी के अनुसार आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए शासन से प्राप्त निर्देशों के अनुसार अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस अधीक्षक निखिल पाठक के दिशा निर्देशन में जब सदर कोतवाली पुलिस और एसओजी टीम शहरी इलाके में गश्त अभियान पर मौजूद थी। तभी उसे मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि शहरी क्षेत्र के मवेशी बाजार से सागर की तरफ जाने वाली सड़क पर पड़ने बाले टेल्को ग्राउंड के सुनसान इलाके के आसपास कुछ शातिर चहल कदमी कर रहे हैं। मुखबिर की सूचना के आधार पर जब सदर कोतवाली पुलिस और एसओजी पुलिस ने एक साथ चिन्हित स्थान पर दबिश दी तो वहां से चार ऐसे शातिर बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की जो उत्तर प्रदेश के साथ-साथ मध्य प्रदेश के इलाकों में सीधे साधे भोले भाले लोगों को अपनी शातिर चालो का शिकार बनाते थे और उन्हें सफेद धातु के नकली जेवरात देकर असली सफेद धातु चांदी जेवरात हासिल कर लेते थे। पूछताछ के दौरान उन्होंने अपना नाम मोहित खरे पुत्र राजीव खरे, शाहिद खान पुत्र शरीफ खान निवासी जनपद झांसी के थाना समथर के स्थानीय कस्बा, संजय यादव पुत्र किशोर यादव निवासी क्षेत्रपाल मंदिर के पीछे वर्णी चौराहा ललितपुर तथा इरफान खान पुत्र अजमेरी खान निवासी जनपद टीकमगढ़ के कस्बा सेंदरी बताया। उन्होंने यह भी बताया कि उनका एक और साथी भी उनके साथ मौजूद था जो मौके का फायदा उठा कर वहां से फरार हो गया। उक्त मामले का खुलासा करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक ने चारों शातिरों को जेल भेज दिया है। अपर पुलिस अधीक्षक गिरजेश सिंह ने कहा कि आगामी चुनावों को देखते हुए जनपद में पुलिस तंत्र काफी मजबूत है किसी भी आपराधिक घटनाओं को अंजाम नहीं देने दिया जाएगा। इस मामले में जो भी संलिप्त पाए गए थे उन्हें जेल भेज दिया है और एक फरार अभियुक्त को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह अंतरराज्यीय गिरोह है जो नकली सफेद धातु के जेवर लेकर असली के जेवरों को बदल देते थे और सीधे साधे भोले भाले लोगों को ठगने का काम कर रहे थे।