मॉस्को । रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों को परमाणु युद्ध की चेतावनी दी। पुतिन ने ऐलान किया कि रूस 2011 में हुए परमाणु करार न्यू स्टार्ट संधि से हट रहा है। इसके बाद रूस और अमेरिका के बीच फिर से परमाणु हथियारों की होड़ शुरू होने की आशंका है। खुद पुतिन ने कहा है कि पश्चिमी देश रूस के विनाश की साजिश रच रहे हैं। इसके बाद अपनी रक्षा के लिए रूस हर संभव कदम उठाएगा। उन्होंने परमाणु परीक्षणों को फिर से शुरू करने की ओर भी इशारा किया। उन्होंने रूस के स्ट्रैटजिक हथियार प्रणालियों को युद्धक ड्यूटी पर तैनात करने का भी आदेश दिया। छह दशकों में पश्चिम के साथ सबसे बड़ा टकराव शुरू करने वाले आक्रमण का आदेश देने के लगभग एक साल बाद, पुतिन ने कहा कि रूस हर हाल में यूक्रेन में अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेगा। पुतिन ने दो टूक शब्दों में कहा कि रूस को युद्ध के मैदान में हराना असंभव है।
रूस और अमेरिका के पास दुनिया के 90 प्रतिशत परमाणु हथियार हैं। न्यू स्टार्ट संधि ने दोनों देशों के परमाणु हथियारों को 700 तक सीमित कर दिया था। इसमें जमीन पर तैनात बैलिस्टिक मिसाइल, पनडुब्बी से लांच होने वाली बैलिस्टिक मिसाइल और परमाणु बॉम्बर्स के गिराए जाने वाली मिसाइलें शामिल हैं। इसके अलावा दोनों देश इन मिसाइलों में कुल 1500 परमाणु वॉरहेड लगाने पर भी सहमत हुए थे। ये वॉरहेड हर समय हमले के लिए तैयार रहते हैं। दोनों देश 2018 से अपने परमाणु हथियारों को इसी सीमा के अंदर रखे हुए हैं। हालांकि, रूस के बाहर निकलने से परमाणु हथियारों की रेस फिर से शुरू होने की आशंका है। हालांकि, रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि मॉस्को का इरादा इस संधि में उल्लेखित प्रतिबंधों का पालन करना जारी रखना है।
दुनिया में सबसे अधिक परमाणु हथियार रूस के पास हैं। 2022 की एक रिपोर्ट के अनुसार, रूस के पास 5977 परमाणु वॉरहेड हैं। इसमें से 1500 परमाणु वॉरहेड को रिटायर किया जा चुका है, हालांकि इनका दुबारा इस्तेमाल होता है। रूस ने 2889 परमाणु वॉरहेड को रिजर्व रखा है। इनका इस्तेमाल रेडी टू फायर मिसाइलों के खत्म होने के बाद किया जा सकता है। रूस ने 1588 परमाणु वॉरहेड को हमले के लिए तैनात रखा है। हमले के लिए तैनात परमाणु वॉरहेड में से 812 जमीन से हमला करने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों में लगाए गए हैं। 556 परमाणु वॉरहेड्स को पनडुब्बी से लांच किए जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों में लगाया गया है। इसके अलावा 200 परमाणु वॉरहेड्स को हैवी बॉम्बर्स बेस पर तैनात किया गया है।
रूस के पास कुल 400 परमाणु हथियारों से लैस इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलें हैं। इन मिसाइलों में कुल 1185 परमाणु वॉरहेड को तैनात किया जा सकता है। इसके अलावा रूस परमाणु हथियारों से लैस 10 परमाणु शक्ति संचालित पनडुब्बियों को ऑपरेट करता है। इन पनडुब्बियों में 800 परमाणु वॉरहेड को तैनात किया जा सकता है। वहीं, रूस के पास 60 से 70 परमाणु बमवर्षक विमान भी हैं, जो दुनिया में कहीं भी हवा के जरिए परमाणु हमला कर सकते हैं। अमेरिका के पास 5428 परमाणु वॉरहेड्स हैं, जिनमें से 1644 हमेशा हमले के लिए तैयार रहते हैं। इसके अलावा परमाणु शक्ति संपन्न देशों ने आज तक हमले के लिए तैयार परमाणु वॉरहेड्स की जानकारी साझा नहीं की है।