टोक्यो । जापान की राजधानी टोक्यो में चौथा क्वाड शिखर सम्मेलन समाप्त हो गया. क्वाड में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्राध्यक्षों ने भाग लिया. अब अगला क्वाड सम्मेलन ऑस्ट्रेलिया में आयोजित किया जाएगा. टोक्यो में हुए सम्मेलन में इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की समस्याओं के साथ-साथ रूस-यूक्रेन युद्ध की भी बात हुई. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और चीन की आलोचना करते हुए कहा कि इंडो पैसिफिक क्षेत्र में अमेरिका एक मजबूत, स्थिर और स्थाई साझेदार की भूमिका निभाएगा. 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि क्वाड लोकतांत्रिक देशों को एक नई ऊर्जा प्रदान कर रहा है. क्वाड सम्मेलन में अमेरिका और जापान रूस की आलोचना में मुखर रहे. अमेरिकी राष्ट्रपति और जापानी पीएम फुमियो किशिदा, दोनों ने अपने सार्वजनिक संबोधन में रूस का नाम लिया. मगर भारत और ऑस्ट्रेलिया ने शिखर सम्मेलन की शुरुआत में ऐसा नहीं किया. लेकिन चीन के मुद्दे पर सभी देश एकमत थे. जो बाइडेन ने पुतिन का नाम लेते हुए कहा कि वह एक संस्कृति को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. स्कूल और चर्च को अपने हमले का निशाना बना रहे हैं. वहीं जापानी पीएम ने यूक्रेन युद्ध के बारे में कहा कि यह बेहद ही गंभीर घटना है, जिसने अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को हिला कर रख दिया है. जापान के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा रूसी आक्रमण ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर में निहित सिद्धांतों को पूरी तरह से चुनौती दी है. हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में कभी भी इस तरह की घटना नहीं होने देंगे. 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस-यूक्रेन के युद्ध पर खामोशी दिखाते हुए कहा कि क्वाड कम समय में दुनिया में अपनी एक जगह बनाने में कामयाब रहा है. पीएम मोदी ने कहा, क्वाड के स्तर पर हमारे आपसी सहयोग से मुक्त, खुले और समावेशी ‘इंडो पैसिफिक क्षेत्र’ को प्रोत्साहन मिल रहा है, जो हम सभी का साझा उद्देश्य है. पीएम मोदी ने चीन का नाम लिए बगैर कहा कि क्वाड इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए एक रचनात्मक एजेंडे के साथ आगे बढ़ रहा है. उन्होंने आगे कहा कि वैक्सीन वितरण, जलवायु कार्रवाई, आपदा प्रतिक्रिया और आर्थिक सहयोग में क्वाड ने अहम भूमिका निभाई है.
वहीं ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अल्बानीज ने भी सम्मेलन में भारत की ही तरह रूस का नाम लेने से परहेज किया. उन्होने कहा ऑस्ट्रेलिया की नई सरकार की प्राथमिकताएं क्वाड एजेंडे के समरूप ही हैं. मैं उन सभी चीजों को स्वीकार करता हूं जो क्वाड ने हासिल की हैं. इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की शांति के लिए हम सब एक साथ मिलकर खड़े हैं.