भोपाल। प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित नर्मदापुरम, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन, सागर,ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में रविवार को भी गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अलग-अलग स्थानों पर चार मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। अरब सागर से हवाओं के साथ नमी आने के कारण प्रदेश में बादल छा रहे हैं। साथ ही कहीं-कहीं वर्षा भी हो रही है।  वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ कमजोर पड़ने के बाद हिमाचल पर मौजूद है।दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है। दक्षिणी छत्तीसगढ़ और उससे लगे तेलंगाना पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। ईरान के आसपास एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि इन चार मौसम प्रणालियों के अलावा हवा का रुख भी बार-बार बदल रहा है।वर्तमान में हवा का रुख दक्षिण-पूर्वी बना हुआ है। बीच-बीच में हवा का रुख पश्चिमी एवं दक्षिण-पश्चिमी होने पर अरब सागर से हवाओं के साथ नमी आने के कारण बादल बनने लगते हैं। साथ ही गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने लगती हैं। रविवार को भी पश्चिमी मध्य प्रदेश के शहरों में गरज-चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है। इस दौरान तेज रफ्तार से हवाएं भी चलने के आसार हैं। शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक नर्मदापुरम में तीन, मंडला में एक, मलाजखंड में 0.6, छिंदवाड़ा में 0.4, इंदौर में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई। भोपाल में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हुई।प्रदेश में सबसे अधिक 42.5 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में दर्ज किया गया।