उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जनपद के कठेला थाना निरीक्षक सौदागर राय सहित 2 सिपाहियों को एसपी अमित आनंद ने निलंबित कर दिया है। सुलह समझौता कराने के नाम पर धन उगाही किए जाने के संबंध में एसपी ने यह कार्रवाई की है। एसपी ने मामले की जांच सीओ शोहरतगढ़ को सौंपी थी। जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद एसपी ने एक्शन लिया है। 

एसपी को मिली थी इंस्पेक्टर और सिपाहियों की शिकायत

दरअसल एसपी अमित आनंद को कठेला थाने के प्रभारी निरीक्षक सौदागर राय, हेड कांस्टेबल सुरेश वरुण और कांस्टेबल पन्नेलाल की शिकायत मिली थी कि इन्होंने सुलह-समझौता कराने के मामले में धन उगाही की। इसके बाद एसपी ने मामले की जांच सीओ शोहरतगढ़ से कराई थी। मामला सही पाए जाने पर एसपी ने इंस्पेक्टर, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल को मंगलवार कीदेर शाम निलंबित कर दिया है। 

सीओ शोहरतगढ़ ने दी मामले की जानकारी

एसपी अमित कुमार आनंद ने आरोप को गंभीर प्रकृति का मानते हुए प्रकरण की प्रारंभिक जांच सीओ सदर को सौंपी है। इस मामले में सीओ शोहरतगढ़ राणा महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि एक व्यक्ति ने सुलह के नाम थानेदार व दोनों सिपाहियों द्वारा रुपए लेने का आरोप लगाते हुए शिकायती की थी। जांच में मामला सही पाए जाने पर उन्होंने रिपोर्ट एसपी को सौंप दी थी, जिसके बाद एसपी ने मामले में कार्रवाई की है।

प्रेमी-प्रेमिका को छोड़ने के लिए 65 हजार लिए, तीन निलंबित:दोनों की तय हो चुकी थी शादी, मांगे थे दो लाख; 65 हजार पर बनी बात

सिद्धार्थनगर में खाकी ने एक प्रेमी युगल को छोड़ने के नाम पर 65 हजार रुपए की रिश्वत ली। मामले की शिकायत पूर्व मंत्री और विधायक ने पुलिस अधीक्षक से की थी। एसपी ने प्रकरण में जांच के आदेश पुलिस उपाधीक्षक को किए, मामला सच निकला। कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी, आरक्षी और मुख्य आरक्षी निलंबित कर दिया।

युवक को छोड़ने के लिए मांगे थे दो लाख रुपए 

पूरा मामला सिद्धार्थनगर के कठेला थाना का है. जानकारी के मुताबिक हीरखास गांव का एक युवक और नरवलिया गांव की एक युवती एक साथ कहीं जा रहे थे। पुलिस ने उन्हें प्रेमी युगल समझ कर पकड़ लिया, जबकि दोनों के बीच शादी तय हो चुकी थी। पुलिस दोनों को पकड़ कर थाने लाई। युवती को तो छोड़ दिया, लेकिन युवक को छोड़ने के लिए सौदेबाजी होने लगी। कठेला थाना पुलिस ने युवक के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने दो लाख रुपए की मांग की, सौदेबाजी में 65 हजार रुपए पर मामला तय हो गया। युवक के परिजन मुंबई में रहते हैं, इसलिए 65 हजार रिश्वत की रकम वहां से भेजी। तब पुलिस ने युवक छोड़ा। पुलिस अधीक्षक ने थानाध्यक्ष सहित तीनों को निलंबित कर दिया गया।

पूर्व मंत्री डा. सतीश द्विवेदी और विधायक ने एसपी से की थी शिकायत

मामले की शिकायत पूर्व मंत्री डा. सतीश द्विवेदी और इटावा के विधायक माता प्रसाद पांडेय ने पुलिस अधीक्षक से की थी। कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने कठेला थाना प्रभारी सौदागर राय, आरक्षी पन्नालाल और मुख्य आरक्षी सुरेश वरुण को निलंबित कर दिया है। एसपी ने इसकी जांच सीओ सदर प्रदीप कुमार यादव को सौंपी है। घटना एक सप्ताह पहले की है। गांव हीरखास के निवासी संजय सिंह और विशुनपुर बौरडीह गांव के अब्दुल कय्यूम ने शिकायत की थी, जिस पर जांच के बाद कार्रवाई हुई है।

एसपी ने की कार्रवाई

सीओ शोहरतगढ़ राणा महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया, ''एक व्यक्ति ने सुलह के नाम थानेदार व दोनों सिपाहियों द्वारा रुपए लेने का आरोप लगाते हुए शिकायती की थी। जांच में मामला सही पाए जाने पर उन्होंने रिपोर्ट एसपी को सौंप दी थी।

सुलह-समझौता के नाम पर धनउगाही करने वाले थानेदार, दो सिपाही निलंबित

सिद्धार्थनगर। कठेला समय माता थाना के थानेदार और दो सिपाहियों को एसपी अमित कुमार आनंद ने निलंबित कर दिया। उन पर सुलह-समझौता के नाम पर धनउगाही का आरोप था, जिसकी जांच में पुष्टि हो चुकी थी। मंगलवार रात तीनों को निलंबित कर एसपी ने आगे की जांच सीओ सदर प्रदीप यादव को सौंप दी है। 

एसपी को कठेला समय माता थाना के थानेदार सौदागर राय, मुख्य आरक्षी सुरेश वरुण व सिपाही पन्नेलाल की शिकायत मिली थी। आरोप लगाया गया था कि सुलह-समझौता के मामले में धन उगाही की गई है। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी ने प्रकरण की जांच सीओ शोहरतगढ़ को सौंप दी। सीओ की जांच में शिकायत सही पाई गई। सीओ शोहरतगढ़ ने शिकायत सही पाए जाने की रिपोर्ट एसपी को सौंप दी थी। एसपी अमित कुमार आनंद ने तीनों पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने बताया कि धन उगाही के आरोप की पुष्टि होने पर कार्रवाई की गई है। इस मामले में आगे की जांच सीओ सदर को सौंपी गई है।