भोपाल ।  राजधानी में मंगलवार को हुजूर विधानसभा क्षेत्र के दो स्थानों पर आग लगने से 25 एकड़ में खड़ी गेंहूं की फसल जलकर राख हो गई। जब तक मौके पर नगर निगम की दमकलें पहुंची, तब तक फसल पूरी तरह जल चुकी थी। किसानों ने आरोप लगाया है कि शहर में फायर स्टेशनों की कमी है, साथ ही विभिन्न क्षेत्रों से इनकी दूरी भी अधिक है। जिससे जब जक फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंचती है तो सबकुछ जल चुका होता है। बता दें कि फायर कंट्रोल रूम में कोराना गांव में स्थित खेत में आग लगने की सूचना सुबह 8.30 बजे पहुंची थी। लेकिन जानकारी मिलने के 24 मिनट बाद मौके पर दमकलें पहुंची। जबकि किसानों का कहना है कि गांधी नगर फायर स्टेशन से कोराना गांव की दूरी आठ से 10 मिनट की है। इसके बावजूद समय पर दमकल नहीं भेजी गई। जिससे यहां 10 एकड़ में लगी फसल पूरी तरह जल गई है। यदि फायर ब्रिगेड समय पर पहुंच जाती तो नुकसान को कम किया जा सकता था।

इधर, हुजूर विधानसभा के मुगालिया छाप स्थित कोड़िया गांव में 15 एकड़ फसल में शाम चार बजे आग लग गई, लेकिन यहां भी जब तक फायर ब्रिगेड पहुंची, फसल पूरी तरह जल चुकी थी। हालांकि जानकारी मिलने पर यहां स्थानीय विधायक रामेश्वर शर्मा पहले ही पहुंच गए थे, उन्होंने ही फायर ब्रिगेड और पुलिस को फोन कर मौके पर बुलाया था।
फसलों को आग से बचाने ग्यारह मील पर बनाया अस्थायी फायर स्टेशन फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने बताया कि मार्च से अप्रैल के बीच गेहूं के खेतों में आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में नगर निगम द्वारा ग्यारह मील के पास अस्थाई फायर स्टेशन बनाया गया है। यहां एक दमकल खड़ी की गई है। इससे बाग मुगालिया, रतनपुर सड़क, बागली और होशंगाबाद रोड समेत आसपास के गांवों में आग बुझाना आसान होगा।