ISI ने क्यों करवाया मुंबई हमला? परमाणु हथियारों का इस्तेमाल न करने के प्रस्ताव से नाराज

0
5
मुंबई विस्फोट (फाइल फोटो)

यही वजह है कि मुंबई हमले हुए. पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के पूर्व सलाहकार ने 2008 के मुंबई हमलों (26/11) के बारे में अपनी नई किताब में लिखा है कि आईएसआई नाराज़ हो गई थी.

पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के प्रवक्ता ने एक सनसनीखेज दावा किया है. उन्होंने अपनी किताब में लिखा है कि अपने पिछले कार्यकाल में परमाणु हथियारों का पहले इस्तेमाल न करने के उनके प्रस्ताव से आईएसआई नाराज़ हो गई थी. यही वजह है कि मुंबई हमले हुए. पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के पूर्व सलाहकार और वर्तमान प्रवक्ता फरहतुल्लाह बाबर ने 2008 के मुंबई हमलों (26/11) के बारे में एक अहम दावा किया है. उन्होंने अपनी नई किताब में लिखा है कि भारत के साथ शांति बहाल करने के लिए अपने पिछले कार्यकाल में परमाणु हथियारों का पहले इस्तेमाल न करने के प्रस्ताव से पाकिस्तानी सेना की खुफिया एजेंसी आईएसआई नाराज़ हो गई थी और कुछ ही दिनों में मुंबई हमले कर दिए गए थे.

बाबर की किताब, “द जरदारी प्रेसीडेंसी: नाउ इट मस्ट बी टोल्ड” का हवाला देते हुए, रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे दिल्ली में एक मीडिया कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय पत्रकार करण थापर के साथ सैटेलाइट इंटरव्यू में जरदारी द्वारा भारत को दिए गए प्रस्ताव से “पाकिस्तानी युद्ध-पक्षी” नाराज़ हो गए थे. बाबर के अनुसार, ज़रदारी ने तब पाकिस्तानी सेना को यह कहकर नाराज़ कर दिया था कि पाकिस्तान, भारत की परमाणु हथियारों का पहले इस्तेमाल न करने की एकतरफ़ा घोषित नीति का पालन करते हुए, परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेगा. 

अपनी किताब में बाबर लिखते हैं, “साक्षात्कार के चार दिन के भीतर, 26 नवंबर, 2008 को, आतंकवादियों ने मुंबई में कई हमले किए, जिनमें 166 लोग मारे गए.” बाबर का तर्क है कि ये हमले पाकिस्तानी सेना के भीतर मौजूद शक्तिशाली आतंकवादी समूह (आईएसआई) द्वारा भारत के साथ किसी भी संभावित शांति प्रयास को विफल करने की सीधी प्रतिक्रिया थे. बाबर का दावा है कि इसने “आने वाले वर्षों में दोनों देशों को युद्ध के और करीब ला दिया, और शांति की सभी उम्मीदों पर पानी फेर दिया.” हालाँकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इन दावों और उपलब्ध तथ्यों में कोई समानता नहीं है. 

ज़रदारी ने 22 नवंबर को शांति प्रस्ताव रखा था, जब आईएसआई द्वारा प्रशिक्षित और भारी मात्रा में हथियारों से लैस लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादी 21 नवंबर को मुंबई में आतंकी हमला करने के लिए कराची से समुद्री रास्ते से रवाना हुए थे. मई 1998 में, भारत और पाकिस्तान ने कुछ ही दिनों के अंतराल पर परमाणु हथियारों का परीक्षण किया था. भारत की परमाणु नीति कहती है कि वह किसी भी संघर्ष में पहले परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेगा. पाकिस्तान की ऐसी कोई नीति नहीं है. उसके नेताओं ने भारत के साथ युद्ध की स्थिति में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की खुली धमकी दी है. पाकिस्तान एकमात्र परमाणु-सशस्त्र राष्ट्र है जहाँ सेना सीधे परमाणु हथियारों को नियंत्रित करती है.


<!– –> <!–
–> <!–
–>

अन्य आर्टिकल

फोटो गेलरी

रिलेटेड वीडियो

<!–

रिलेटेड आर्टिकल

Tom Cruise shot an action sequence on top of a speeding train

मोरालेस ने कहा, “मैंने लड़ाई के दृश्य किए हैं, लेकिन चलती ट्रेन में उन्हें करना अग्निपरीक्षा है।” “लेकिन टॉम को चीजें इसी तरह करना पसंद है”

07 July,2023 10:20 AM IST | New York | ANI
–>