मझावं गांव का डाटा रिसिया के मझौवा गांव से जोड़ा

सात वर्ष से मझाव गांव के लोगों को नहीं मिल रहा आवास
खुली बैठक में उठाई आवाज
बहराइच। मिहींपुरवा विकास खण्ड के ग्राम मझाव का अंकन विकास खण्ड रिसिया के मझौवा मुजेहना में कर दिया है। जिससे मझाव गांव के लोगों को कोई भी लाभ नहीं मिल रहा है। साथ वर्ष से गांव के पात्र लोगों को आवास भी नहीं मिल रहा है। इसको लेकर मंगलवार को गांव में स्थित पंचायत भवन पर जिला परियोजना अधिकारी की उपस्थिति में खुली बैठक आयोजित हुई। सभी ने आवास के साथ अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाए जाने की मांग की। विकास खण्ड मिहींपुरवा के ग्राम पंचायत मझाव के ग्रामीण ग्राम प्रधान चुनते हैं। बीते वर्ष हुए चुनाव में भी ग्राम प्रधान का चुनाव किया। लेकिन यहां निवास करने वाले पात्र ग्रामीणों को सरकारी आवास नहीं मिल रहा है। इसका मुख्य कारण मझाव गांव के डाटा बेस के अनुसार कोड 171238 की मैपिंग कर्मचारियों की गलती से विकास खण्ड रिसिया के ग्राम पंचायत मझौआ मुजेहना में कर दी गई है। जिससे मझाव गांव के लोग प्रधानमंत्री आवास से वंचित हैं। इसके लिए मंगलवार को ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी की मौजूदगी में ग्रामीणों ने खुली बैठक की। साथ ही सभी ने ग्राम पंचायत मझाव के आवास एप को रिसिया विकास खण्ड के मझौआ मुजेहना से हटाने की मांग की है। इसके बाद सभी ने मुख्यमंत्री, सांसद, जिलाधिकारी, विधायक और खण्ड विकास अधिकारी को शिकायती पत्र भेजा। इस मामले में खण्ड विकास अधिकारी रामेन्द्र सिंह कुशवाह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गलती की जानकारी सभी अधिकारियों को है। जिले स्तर पर चूक हुई है। जल्द ही समस्या का समाधान किया जायेगा । इस दौरान काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
रिपोर्ट - संतोष मिश्र